Sunday, March 7, 2010

सुरक्षा पर भारी न पड़ जाए खुबसूरती

विधानसभा में वॉच टावर बनाने का मामला
देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाले आतंकी हमलों को देखते हुए विधानसभा की सुरक्षा के लिहाज से बनाए जाने वाले वॉच टावर दो साल में भी नहीं बन पाए। ऐसा तो तब हो रहा है जब देश में एक बार फिर आतंकी हमलों का साया नजर आ रहा है। ऐसे में कब कौन विधानसभा की कुछ ही उंची दीवार को धता बताकर किसी भी अनहोनी घटना को अंजाम दे जाए। इस बारे में लापरवाही महज इसलिए बरती जा रही है कि एक आर्किटेक्ट ने यह इशारा कर दिया कि वॉच टावर से विधानसभा की खुबसूरती फीकी पड़ जाएगी।
जानकारी के अनुसार सुरक्षा के लिहाज से तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह ने पहल करते हुए वॉच टावर बनाने का सुझाव रखा। इस मामले में विधानसभा के कॉर्नर पर पांच वॉच टावर बनाने की सहमति हुई। टावर बनाने के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग को जिम्मेदारी सौंपी। इससे पूर्व आर्किटेक्ट से नक्शा बनवाकर करीब ङङङलाख रुपए भी पास कराए। इसके बाद चुनाव नजदीक आ गए। इंजीनियरों ने काम शुरू किया तो टावर विधानसभा की दीवार से ऊंचे आए तो तत्कालीन विधानसभा सचिव ने निर्माण कार्य रुकवा दिया। बताया जाता है कि आर्किटेक्ट ने विधानसभा की खुबसूरती कम होने का अंदेशा जताया था। ऐसे में टावर निर्माण का कार्य ज्यों का त्यों अधूरा ही छोड़ दिया गया। जब इस बारे में निर्माण विभाग के एक्सईएन सुनील गुप्ता से जानकारी मांगी तो उन्होंने इस बारे में विधानसभा सचिव से ही जानकारी लेने की कहकर पल्ला झाड़ लिया।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुमित्रा सिंह से बातचीत
क्या आपके समय सुरक्षा को लेकर वॉच टावर बनाने का निर्णय हुआ था?
हां...क्यों नहीं।
लेकिन करीब दो साल होने को आए टावर अभी भी नहीं बन पाए?
पता नहीं क्यों नहीं बन पाए। हमने तो सुरक्षा के लिहाज से टावर बनाने का निर्णय किया था, लेकिन जानकारी मिली है कि किसी आर्किटेक्ट ने विधानसभा की खुबसूरती को लेकर संदेह जताया था।
लेकिन सुरक्षा जरूरी है या खुबसूरती?
पता नहीं ये लोग क्या कर रहे है। मेरे समय में तो कई नई और अच्छी योजनाएं शुरू कराई थी, लेकिन ये क्या चाहते है समझ नहीं आ रहा।
विधानसभा सचिव एचआर कुड़ी से सवाल
विधानसभा में वॉच टावर का काम अधूरा पड़ा है?
हैरानी से.... वॉच टावर का काम होना था। मुझे जानकारी नहीं।
विधानसभा के पांचों दिशाओं में अधूरा पड़ा निर्माण भी नहीं दिखाई दिया आपको?
सही कह रहा हूं। मुझे कोई जानकारी नहीं है ।
सुरक्षा के लिहाज से विधानसभा में वॉच टावर बनाने थे?
अच्छा ...जानकारी करवाता हूं।
वॉच टावर से क्या होता फायदा
विधानसभा के पांच दिशाओं में करीब १२ फीट उंची गुमटीनुमा टावर बनाए जाने से दो सिपाहियों की दिन रात निगरानी होनी थी। वॉच टावर से विधानसभा की दीवार के दोनों तरफ होने वाली गतिविधियों पर आसानी से निगरानी हो सकती थी। यहां तक की टावर से प्रदर्शनकारियों की अचानक की जाने वाली कार्रवाई पर पैनी निगाह रखी जा सकती है।

2 comments:

  1. right issue and your deep concern is welcome

    ReplyDelete
  2. इस नए चिट्ठे के साथ आपका हिंदी ब्‍लॉग जगत में स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

    ReplyDelete